कुछ सवाल मन में किसी को देखकर उठते हैं । मैं भी कुछ सवाल अपनी कविता के माध्यम से कर रहा हूँ । कुछ सवाल मन में किसी को देखकर उठते हैं । मैं भी कुछ सवाल अपनी कविता के माध्यम से...
क्या,कोई है,जो समझेगा ये दर्द? पूछ्ती है सबसे, आज ये सरहद क्या,कोई है,जो समझेगा ये दर्द? पूछ्ती है सबसे, आज ये सरहद
वो फुरसत के सुहाने पल दिल आज भी ढूँढता रहता है ! तलाश है कुछ. . वो फुरसत के सुहाने पल दिल आज भी ढूँढता रहता है ! तलाश है कुछ. .
तुझे लगता है कि तेरा झूठ खुले आम बिकता है, पर ये मत भूल कि ऊपर वाले को सब दिखता है। तुझे लगता है कि तेरा झूठ खुले आम बिकता है, पर ये मत भूल कि ऊपर वाले को सब दिख...
दर्द को पी लेना मैं कुछ ना भी कहूं तो भी तुम सब समझ लेना। दर्द को पी लेना मैं कुछ ना भी कहूं तो भी तुम सब समझ लेना।
बहुत कुछ है अभी बहुत कुछ है अभी